तू लौट आ दिन के दिन गांव को आज़म रहना नगर उसके तू रात छोड़ दें। तू लौट आ दिन के दिन गांव को आज़म रहना नगर उसके तू रात छोड़ दें।
तुम पलट कर देखो तुम पलट कर देखो
तेरी किस्मत,मेरी शोहरत बन चुकी है तेरी हिम्मत,मेरी हिम्मत हो चुकी है बसा कर रख लिया त तेरी किस्मत,मेरी शोहरत बन चुकी है तेरी हिम्मत,मेरी हिम्मत हो चुकी है बसा क...
नहीं आया वो मिलने को मगर हमसे यारों उसकी आज़म राह बस देखते रहे है हम। नहीं आया वो मिलने को मगर हमसे यारों उसकी आज़म राह बस देखते रहे है हम।
छोड़ दिल से तू सभी नाराज़गी अपने जिंदगी के ही लिए आज़म हंसी है दोस्ती। छोड़ दिल से तू सभी नाराज़गी अपने जिंदगी के ही लिए आज़म हंसी है दोस्ती।
मैं मैं ना रहा उसका हो कर, किसी बेचैन रूह का किनारा हूं. मैं मैं ना रहा उसका हो कर, किसी बेचैन रूह का किनारा हूं.